मैं “बिजनेस की कला” पुस्तक उन भाईयों और बहनों के लिए लिखने जा रहा हूँ जो अपने लिए व अपने समाज के लिए कुछ करना चाहते हैं और इस समाज में अपनी एक अलग पहचान बनाना चाहते हैं। इस समाज में बेरोजगारी और भुखमरी ने अपने पैर बड़ी तेजी के साथ फैला दिये हैं। हर जगह बेरोजगार व्यक्ति ही दिखाई दे रहे हैं। जो लोग पढाई लिखाई करने के बाद सिर्फ नौकरी करने के बारे में सोचते हैं उनमें से कुछ लोगों ही को नौकरी मिल पाती हैं जिन्हें नौकरी मिल जाती हैं वे लोग नौकरी करने लग जाते हैं और जिन्हें नौकरी नहीं मिल पाती हैं। वे इंसान उदास हो जाते हैं और वे लोग गलत काम करने लग जाते हैं, गलत इंसान उनका बहुत फायदे उठाते हैं जो उनसे गलत कार्य करवा के उनको बहुत बड़ी मुसीबतों में डाल देते हैं। बाद में उनको व उनके परिवार वालों को बहुत मुसीबत का सामना करना पडता हैं। इसलिए आप लोग गलत आदतों का शिकार ना बनें। क्योंकि इन गलत आदतों से हमारा जीवन खराब हो जाता हैं।
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